रविवार के दिन वशीकरण के उपाय
रविवार के दिन वशीकरण के उपाय, हिंदू धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सप्ताह का पहला दिन रविवार अधिपति देव सूर्य का होता है। इस दिन सूर्य देव की पूजा-अर्चना विशेष फलदायी बताई गई है, तो कई टोटके इसी दिन वशीकरण के लिए भी किए जाते हैं। इसके लिए लिए रविवार को बहुत ही उपयुक्त समझा गया है। कुछ टोटके इस प्रकार हैंः-
नाम लिखकर मंत्र जापः वशीकरण करने के लिए बहुत ही आसान उपाय है। इसके लिए रविवार के दिन सफेद कागज पर जिसे वशीकरण करना चाहते हैं उसका नाम काली स्याही से लिखें। कागज पर आठ लौंग रख दें और एक मंत्र का 108 बार जाप करें। मंत्र इस प्रकार हैः-
ऊँ वश कामख्या लू जहगर्द गअकाफद नमः
मंत्र जाप के आठ घंटे बाद उसे कागज की पुड़िया बनाकर लौंग के साथ जला दें। इसके जलते ही वह व्यक्ति वशीभूत होकर संपर्क करेगा। इसका ज्यादातर प्रयोग वैसे प्रेमिका या प्रेमी के लिए किया जाता है, जो रूठ जाते हैं या किसी दूसरे से प्रेम संबंध बनाने की कोेशिश करते हैं।
पति का वशीकरणः यदि कोई औरत चाहती है उसका पति किसी दूसरी औरत की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देखे। उसके वश में बना रहे, तो उसे माहेश्वर तंत्र में वर्णित सम्मोहन का टोटका करना चाहिए।
इसके लिए ऊँ नमो महायक्षिण्ये मम पतिं में वश्यं कुरु कुरु स्वाहा! का 108 बार जाप रविवार के दिन ठीक सूर्योदय के समय में करना चाहिए। यदि इसे उदित होते सूर्य के सामने किया जाए तो वशीकरण की महत्वाकांक्षा अवश्य पूरी हो जाती है। ऐसा करते हुए मन में पति का भी ध्यान करना चाहिए।
इस प्रयोग से सिर्फ रूठे या स्वाभाव में रूखे पति को मनाया जा सकता है। यदि उसे पूरी तरह से अपने वश में करना है, तो इस मंत्र की दस माला के जाप के साथ हवन, तर्पण और मार्जन विधि अपनाने से मंत्री की सिद्धी हो जाती है। इस अनुष्ठान को रविवार की गोधुली बेला में करना चाहिए।
उसके बाद सिद्ध को किसी खाने वाली मीठी वस्तु को सामने रखकर सात बार पढ़ें। पति का नाम लें और भोजन में परोस दें। ऐसा कभी सुबह के नाश्ते, दिन के भोजन या फिर रात के भोजन के साथ लगातार 21 दिनों तक करें।
संतान का सम्मोहनः माता-पिता की अवज्ञा करने वाले उद्दंड बच्चे को रविवार के दिन छोटे से टोटके से सम्मोहित कर आज्ञाकारी बनाया जा सकता है। पुष्य नक्षत्र में किसी रविवार को चमेली की जड़ का एक टुकड़ लाएं। उसे गायत्री मंत्र के 21 बार जाप के साथ बच्चे की दांयी बाहं में बांध दें। उसके बाद अपने मांग की सिंदूर का तिलक हर दिन नहाने-धोने के बाद लगा दें। कुछ दिनों में बच्चा मां का आज्ञाकारी बन जाएगी।
वशीभूत का तिलकः यह टोटका किसी भी स्त्री या पुरुष, विवाहित या कुंवारे-कुंवारी पर किया जा सकता है। इसे दो प्रेमियों को मिलाने और प्यार बढ़ने वाला या फिर पति-पत्नी के बीच आने वाली खटास को खत्म करने वाला टोटका भी कहा गया है। रविवार की शाम सूर्यास्त के समय अंधेरा होने से पहले बरगद की जड़ ले आएं। उसके बाद उसके साथ बराबर मात्रा में चंदन को शुद्ध जल से पीस लें।
गंगा जल हो तो और भी अच्छा है। उसे एक छोटी डिब्बी में संभाल कर रख लें। अगले रोज सुबह स्नान और पूजापाठ के बाद उस मिश्रण का तिलक लगाएं और वशीभूत करने वाले व्यक्ति के समाने जाएं। ऐसा लगातार रविवार तक करें। हर दिन 108 बार गायत्री मंत्र का जाप भी करें। आप पाएंगे कि रविवार आते-आते उसक आपके प्रति वशीकरण हो चुका होगा। गायत्री मंत्र इस प्रकार है-
ऊँ भुर्भुव स्व तत्स वितुवर्रेण्यं भर्गो देवस्य धी मही धीयो यो न प्रचोदयात!!
पति का चक्करः अगर औरत को मालूम हो जाए कि उसके पति का किसी के साथ चक्कर चल रहा है। उसने पति को अपने वश में कर रखा है, तो सात लौंग के साथ एक टोटका जरूर करें। इसे दो चरण में पूरा किया जाना है। शनिवार की आधी रात को सात लौंग लेकर उसपर पति का नाम लेकर सात बार फूंक मारें और उसे संभाल कर रख दें। अगेले रविवार को उन्हें आग में जला दें।
आग लकड़ी के कोयले की हो या फिर उपले की। लौ वाली आग जैसे गैस का चुल्हा या दीपक आदि, में नहीं जलाएं। इस प्रयोग को लगातार आठ दिनों तक यानी अगले रविवार तक दुहराएं। इसका वैसे पुरुष पर जबरदस्त होता है, जो दूसरी औरत पर आसक्त रहता है और अपनी पत्नी से लड़ाई-झगड़ा करता रहता है।
हरा पानः शुक्ल पक्ष के पहले रविवार को किया जाने वाला यह टोटका हरा पान, गिली सुपारी और गीला चूना पर एक सरल शाबर मंत्र को पढकर किया जाता है। शाबर मंत्र है-
पान हाथ में लेय पेठ-पेठ रस, लेय श्री नृसिंह वीर तुम्हारी शक्ति।
मेरी भक्ति फुरो मंत्र ईश्वरी वाचा।
टोटका प्रयोग के तौर पर पान पर चूना वशीकरण के व्यक्ति का नाम लिखकर उसपर कटा हुआ गीला सुपारी रखें। पान को धीरे-धीरे चबाएं और मन में मंत्र का जाप करते रहें। जैसे-जैसे पान मुंह में घुलता जाएगा, वैसे-वैसे व्यक्ति पर वशीकरण का असर बढ़ता चला जाएगा। आप पाएंगे कि अगले रोज यानी सोमवार को वह व्यक्ति काफी प्यार से बातें करेगा।
पांच लौंग, पांच रविवारः यह टोटका विशेषकर विवाहित औरतों के लिए है। शुक्ल पक्ष के पहले रविवार को पांच लौंग लें और आपने शरीर के उस स्थान पर दबा कर रख लें जहां पसीना आता हो। जैसे कांख। पूरी रात इसे रखे रहें और अगली सुबह दूध की चाय में डालकर वशीकरण किए जाने वाले को पिला दें। वह व्यक्ति पति हो सकता है या फिर लड़ने-झगड़ने वाली सास। ऐसा पांच रविवार को करें।
अनार की लकड़ीः यह टोटका बहुत ही साधारण है, जिसे पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में किसी भी रविवार को आजमाया जा सकता है। रविवार को सुबह ही सूर्योदय निकलने से पहले अनार की लकड़ी तोड़ लाएं। उसे धूप दिखाएं और उसके एक छोटे से टुकड़े को हाथ में लेकर सूर्यास्त के समय 108 बार गायत्री मंत्र का जाप करें। जाप पूर्ण होने के बाद जिसका वशीकरण करना है उसे आंख बंद कर स्मरण करें। कुछ पल में ही उसकी आंखों के सामने एक तस्वीर उभरेगी।
जैसे ही उसकी तस्वरी उभरे, वैसे ही आप अनार की लकड़ी का लाल धागे से बांधकर अपनी बाईं बांह में बांध लें। उसे इस तरह बांधें कि उसपर किसी की भी निगाह चली जाए। उसके बाद सबसे पहले वशीभूत किए जाने वाले व्यक्ति के समीप जाएं। यदि उसने बांह में बंधी लकड़ी देख्.ा ली और टोका , तो समझें आपका टोटका असर दिखा दिया।